श्रीकृष्णांक
क्षमा-प्रार्थना
जिन महानुभावों के लेखों में स्थानाभाव और अन्यान्य कारणों से काट-छांट की गयी है, या जो अधूरे छपे हैं अथवा जिनका केवल कुछ अंश ही छपा है और जो बिलकुल ही नहीं छप सके हैं, उन कृपालु लेखकों और कवियों से उनकी कृपा के लिये हृदय से कृतज्ञता प्रकट करता हुआ मैं हाथ जोड़कर क्षमा-याचना करता हूँ।
पाठकों से एक प्रार्थना है कि वे श्रीकृष्णांक में प्रकाशित श्रीकृष्ण–सम्बन्धी सभी मतों को ‘कल्याण’ का या ‘कल्याण’ सम्पादक का मत कदापि न समझें। ‘जाकी रही भावना जैसी। प्रभु मूरति देखी तिन तैसी’ के अनुसार अपन-अपनी भावना से जिन महानुभाव ने श्रीकृष्ण का जो रूप समझा है, वही लिखा है। हमें तो इस बात को देखकर बड़ा आनन्द होता है और होना चाहिये कि भगवान श्रीकृष्ण आज भी भिन्न-भिन्न रूपों में प्रकट हैं। किसी भी भाव से हो, आज भी सब प्रकार के लोग किसी प्रकार भी उनका गुण गाने में अपना सौभाग्य समझते हैं। भगवान श्रीकृष्ण को कोई ऐतिहासिक पुरुष मानें, कवि-कल्पित पात्र मानें, गीतागायक मानें, ग्वालबाल मानें, नन्दनन्दन मानें, द्वारकाधीश माने, नीतिज्ञ मानें या अनीतिज्ञ मानें, हम लोगों के लिये तो भगवान श्रीराम और श्रीकृष्ण सच्चिदानन्दघन पूर्ण पुरुषोत्तम भगवान हैं और भगवान से यही प्रर्थना है कि हमारा यह विश्वास उत्तरोत्तर बढ़ता ही रहे। किसी लेखक महानुभाव के लेखक सम्बन्ध में किसी सज्जन को कुछ शंका समाधान या पूछताछ करनी हो तो वह सीधे लेखक से ही करनी चाहिये, ‘कल्याण’ में खण्डन मण्डनात्मक लेख छापने का विचार नहीं है। इस अंक के सम्पाद, अनुवाद एवं लखे और चित्रादि के संग्रह में मुझे अनेक सज्जनों से बड़ी सहायता मिली हैं और मैं उन सभी सज्जनों के प्रति हृदय से कृतज्ञ हूँ। सहायकों में निम्नलिखित नाम विशेष उल्लेख योग्य हैं– पं. जीवन शंकर जी याज्ञिक, पं. गोपीनाथ जी कविराज एम.ए., प्रिंसिपल गवर्नमेण्ट संस्कृत कॉलेज बनारस, पं. गंगाप्रसाद जी महता, एम.ए., श्रीरंगनाथ रामचन्द्र दिवाकर एम.ए., श्रीरामचन्द्र कृष्ण कामत, श्रीगौरीशंकर जी गोयन्दका, पं. रामशंकरजी मेहता, सेठ कन्हैयालाल जी पोद्दार, आचार्य मदनमोहनजी गोस्वामी, आचार्य बालकृष्णजी गोस्वामी, आचार्य अनन्तलालजी गोस्वामी, आचार्य दामोदारलालजी गोस्वामी, आचार्य हितरूपलालजी गोस्वामी, रायबहादुर बाबू सोहनलालजी अलीगढ, राजा सर दलजित सिंहजी सी.आई.ई., लाला अयोध्याप्रसाद एडवोकेट, स्वामी श्रीहरिबाबा जी, रायबहादुर, चिरंजीलाल जी बागला, श्रीजानकी प्रसाद जी बागला, पं. लज्जाशंकर जी अधिकारी श्रीद्वारिकाधीश जी का मन्दिर मथुरा, श्री सी.एम. गुप्त गुरदासपुर, श्रीकाशीनाथ नारायण त्रिवेदी, डॉ. झवेरभाई एन. देसाई अहमदाबाद, श्रीज्वाला प्रसाद जी कानोडिया, श्रीकृष्णप्रेम वैरागी, बाबा श्रीराघवदास जी, श्री एस. राजाराम, राजासाहब टेक्काली, वी.एच. वडेर, बाबू सोहनलाल जी गोयलीय, गोस्वामी श्रीलक्ष्मणाचार्य जी, श्रीगिरधर लाल जे. शाह, श्रीकृष्णदास जी एस. देसाई एम.ए., श्रीघासीरामजी बोहरे, डॉ. श्रीमंगलदेव जी शास्त्री एम. ए., पी.एच.डी., पं. शोभालाल जी शास्त्री आदि। |