1
|
प्यारे कन्हैया ! ('तेरा ही')
|
1
|
2
|
कृष्णस्तु भगवान्स्वयम् (श्रीगोवर्धन पीठाधीश्वर श्री जगदगुरु स्वामीजी श्री 1108 श्रीभारती कृष्णतीर्थ जी महाराज)
|
2
|
3
|
भगवान श्रीकृष्ण (श्रीकान्ची-प्रतिवादिभयंकर मठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीभगवद्रामानुज-सम्प्रदायाचार्य श्री 1108 श्रीअनन्ताचार्य स्वामीजी महाराज)
|
20
|
4
|
कृष्णस्तु भगवान्स्वयम् (श्रीमन्माध्व सम्प्रदायाचार्य दार्शनिक सार्वभौम साहित्य दर्शनाद्याचार्य, तर्करत्न-न्यायरत्न, गोस्वामी श्रीदामोदर शास्त्री)
|
34
|
5
|
श्रीकृष्ण धारणा (परमहंस परिव्राजकाचार्यवर्य श्री 108 गोस्वामी श्रीमद्भक्ति सिद्धान्त जी सरस्वती महाराज)
|
41
|
6
|
जन्म कर्म च मे दिव्यम् (श्रीजयदयालजी गोयन्दका)
|
46
|
7
|
कृष्णावतार पर वैज्ञानिक दृष्टि (महामहोपाध्याय पण्डितवर श्रीगिरिधरजी शर्मा चतुर्वेदी)
|
59
|
8
|
श्रीकृष्ण की होली (श्री आनन्द शंकर बापूभाई ध्रुव, एम.ए. प्रो-वाइस-चान्सलर हिन्दू- विश्वविद्यालय, काशी)
|
98
|
9
|
महाभारत और श्रीमद्भागवत (पं. श्रीमदनमोहन जी मालवीय)
|
107
|
10
|
श्रीकृष्ण की ऐतिहासिकता पर गान्धीजी (प्रेषक-श्रीकाशीनाथ नारायण त्रिवेदी)
|
108
|
11
|
श्रीकृष्ण और महात्माजी का अनासक्ति योग (साहित्याचार्य पं. श्रीपद्मसिंह जी शर्मा)
|
110
|
12
|
भगवान श्रीकृष्ण का अवतार-प्रयोजन तथा परत्व (पण्डितवर श्रीअमोलकरामजी तर्कतीर्थ, तर्करत्न, तर्कवागीश)
|
115
|
13
|
भगवान श्रीकृष्ण की कुछ लीलाएँ और उनसे शिक्षा (डा. एनी वेसेण्ट)
|
126
|
14
|
शुभाशंसा (आचार्य पूज्यवर पं. श्रीमहावीरप्रसादजी द्विवेदी)
|
129
|
15
|
जन्माष्टमी का सन्देश (साधु श्री टी.एल. वास्वानी जी)
|
134
|
16
|
जन्माष्टमी (श्रीदत्तात्रय बालकृष्ण कालेलकर)
|
135
|
17
|
भगवद्विग्रह (पं० श्रीगोपीनाथ जी कविराज, एम्० ए०, प्रिंसिपल, गवर्नमेण्ट-संस्कृत-कालेज, काशी)
|
142
|
18
|
कृष्णस्तु भगवान्स्वयम (गोस्वामी श्रीकृष्णजीवन जी ʻविशारदʼ बड़ा मन्दिर, बम्बई)
|
160
|
19
|
श्रीकृष्ण-भक्त के लक्षण (पूज्यपाद महात्मा श्री उडिया स्वामीजी महाराज)
|
162
|
20
|
भगवान श्रीकृष्ण (साहित्याचार्य पं. श्रीशालग्रामजी शास्त्री)
|
164
|
21
|
साक्षात परब्रह्म का आविर्भाव (देवर्षि पं० श्रीरमानाथजी शास्त्री)
|
189
|
22
|
श्रीकृष्ण की नित्य-लीला (भागवतरत्न श्रीकुलदाप्रसादजी मल्लिक)
|
215
|
23
|
श्याम की वंशी (महामहोपाध्याय पं० श्रीप्रमथनाथजी तर्कभूषण)
|
220
|
24
|
श्रीकृष्ण-चरित्र (स्वामीजी श्रीभोलेबाबा जी)
|
227
|
25
|
श्रीकृष्ण (पं. श्रीभवानीशंकरजी महाराज)
|
247
|
26
|
हिन्दू–संगठन का मूल-मन्त्र (लाला श्री श्रीअयोध्या प्रसादजी अग्रवाल, एडवोकेट)
|
255
|
27
|
श्रीकृष्ण-भक्त के आचरण
|
267
|
28
|
मेरा अलौकिक गान (मैं)
|
268
|
29
|
चीर-हरण का रहस्य (श्रीभूपेन्द्रनाथ सान्याल)
|
272
|
30
|
भागवत के बालकृष्ण (पं. श्रीनन्दकिशोर जी शुक्ल, वाणीभूषण)
|
290
|
31
|
वेणु-गीत (प्रोफेसर श्री जेठालाल गोवर्धनदास शाह, एम्. ए.)
|
298
|
32
|
कृष्णस्तु भगवान स्वयम (श्रीकृष्णप्रेमजी वैरागी)
|
307
|
33
|
श्रीकृष्ण-गुण-श्रवण-कीर्तन-माहात्म्य
|
323
|
34
|
आँसू की दो बूँदें (पं० श्रीशोभालालजी शास्त्री)
|
325
|
35
|
पवित्र व्रज-लीला (एक विचारशील सज्जन)
|
327
|
36
|
श्रीकृष्ण का अवतारत्व (श्रीहीरेन्द्रनाथ जी दत्त)
|
340
|
37
|
श्रीकृष्ण-चरित्र (चौधरी श्रीरघुनंदनप्रसादसिंह जी)
|
347
|
38
|
श्रीकृष्ण की नित्य प्रातः क्रिया (एक प्राचीनता का उपासक)
|
353
|
39
|
परात्पर श्रीकृष्णावतार का प्रयोजनविमर्श (पं० श्री धराचार्य जी शास्त्री वेदांततीर्थ)
|
355
|
40
|
गीता के उपदेष्टा श्रीकृष्ण (स्वामी श्रीविद्यानंदजी महाराज)
|
361
|
41
|
आदर्श पुरुष श्रीकृष्ण (चतुर्वेदी पं० श्रीद्वारकाप्रसादजी शर्मा)
|
365
|
42
|
श्रीकृष्ण-स्मरण की महत्ता
|
373
|
43
|
श्रीकृष्ण जी की आठपटरानियाँ (बहिन ज्ञानवती देवी जी)
|
375
|
44
|
सर्वगुणाधार श्रीकृष्ण (पं. श्री जगन्नाथ प्रसादजी चतुर्वेदी)
|
379
|
45
|
श्रीकृष्णावतार (महामहोपाध्याय डॉ0 श्री गंगानाथजी झा, एम ए डि लिट, वाइस चांसलर, प्रयाग विश्वविद्यालय)
|
382
|
46
|
अनिर्वचनीय भगवान श्रीकृष्ण (पं. श्री व्रजनाथजी शास्त्री, विशारद)
|
384
|
47
|
श्रीकृष्ण-चैतन्य महाप्रभु और श्रीकृष्ण भक्ति (श्रीकृष्णकिंकर- बालकृष्ण)
|
389
|
48
|
श्रीरामजी और श्रीकृष्णजी (श्रीमहन्ती यादवशंकरजी जामदार, रिटायर्ड सबजज)
|
401
|
49
|
यमदूत नरक में किसे ले जाते हैं
|
404
|
50
|
योगेश्वर श्रीकृष्ण (स्वामी श्री दयानन्द जी)
|
405
|
51
|
रासलीला (पं. श्रीरामदयाल मजूमदार, एम्. ए)
|
414
|
52
|
श्रीकृष्ण के विराट-स्वरूप
|
433
|
53
|
श्रीकृष्ण चरित्र का सार (श्रीग.वि.केतकर, बी. ए., एल-एल. बी.)
|
438
|
54
|
श्रीरासलीला का रहस्य (आचार्यश्रीमदनमोहनजी गोस्वामी वैष्णवदर्शनतीर्थ, भागवतरत्न)
|
441
|
55
|
रास-लीला का स्थान (प्रोफेसर श्रीजयेन्द्रनाथ भगवानलाल दूरकाल, एम. ए.)
|
446
|
56
|
रास-लीला में आध्यात्मिक तत्त्व (पं.श्रीबलदेवप्रसादजी मिश्र, एम. ए., एल.-एल. बी., एम. आर. ए. एस.)
|
448
|
57
|
प्रेम और सेवा के अवतार श्रीकृष्ण (श्रीयुत पी. एन. शंकरनारायण ऐयर, बी. ए., बी. एल.)
|
451
|
58
|
श्रीकृष्ण और द्रौपदी
|
467
|
59
|
श्रीकृष्ण-गीतावली (साहित्यरत्न पं. श्रीअयोध्यासिंहजी उपाध्याय 'हरिऔध')
|
473
|
60
|
श्रीकृष्ण-चरण-सेवन का माहात्मय
|
482
|
61
|
श्रीकृष्ण-लीला और सिक्ख गुरु (श्रीगुरांदित्ताजी खन्ना)
|
485
|
62
|
श्रीकृष्ण तत्त्व (पण्डितवर श्रीपंचाननजी तर्करत्न)
|
488
|
63
|
पाण्डव बन्धु श्रीकृष्ण (श्रीयुक्त बी. सेठुराव एम. ए.)
|
495
|
64
|
अवतार का हेतु (भक्तवर श्रीयादवजी महाराज)
|
503
|
65
|
हाँ, बस, यों ही (श्रीबालकृष्ण बलदुवा)
|
508
|
66
|
श्रीकृष्ण और भावी जगत (श्रीप्रेमचन्द्रजी)
|
510
|
67
|
लोकसंग्रह और भगवान श्रीकृष्ण (पं श्रीसदाशिवजी शास्त्री भिडे, सम्पादक 'वैदिक- कर्मयोग' गीता-धर्म-मण्डल, पूना)
|
514
|
68
|
श्रीकृष्ण स्वयं भगवान थे (सेठ श्रीकन्हैयालालजी पोद्दार)
|
522
|
69
|
लोकनायक श्रीकृष्ण (श्रीयुक्त दत्तात्रय बालकृष्ण कालेलकर) (अनुवादक- काशीनाथ नारायण त्रिवेदी)
|
530
|
70
|
भगवान की एक लीला (पं. श्रीजीवनशंकरजी याज्ञिक एम. ए.)
|
532
|
71
|
राजनीतिज्ञ भगवान श्रीकृष्ण (काव्यतीर्थ प्रोफेसर श्रीलौटुसिंह जी गौतम, एम. ए., एल. टी., एम. आर. ए. एस.)
|
537
|
72
|
एकमात्र श्रीकृष्ण ही धन्य एवं श्रेष्ठ हैं (भिक्षु श्रीगौरीशंकरजी)
|
545
|
73
|
जन्माष्टमी अर्थात घोर अन्धकार में दिव्य प्रकाश ! (पं. श्रीलक्ष्मणनारायणजी गर्दे)
|
546
|
74
|
श्रीकृष्ण-चरित्र की समीक्षा (श्रीफीरोज कावसजी दावर, एम. ए., एल.-एल. बी.)
|
550
|
75
|
श्रीमद्भागवत में श्रीराधाजी (पण्डित श्रीबालचन्द्रजी शास्त्री)
|
568
|
76
|
भगवान श्रीकृष्ण एक थे या अनेक ? (श्रीयुत एस. एन. ताडपत्रीकर एम. ए., भाण्डारकर इंस्टिच्यूट, पूना)
|
569
|
77
|
छान्दोग्योपनिषद् और श्रीकृष्ण (महात्मा नारायण स्वामीजी)
|
574
|
78
|
भगवान श्रीकृष्ण और हिन्दू-धर्म (डा. श्रीमंगलदेवजी शास्त्री एम. ए., पी.-एच. डी.)
|
576
|
79
|
गुजरात के महान कृष्ण-भक्त नरसी मेहता (श्री आई. जे. एस. तारापुरवाला बी. ए., पी.-एच. डी., बार-एट-ला)
|
582
|
80
|
योगेश्वरेश्वर श्रीकृष्ण (राजा श्रीलक्ष्मीनारायण हरिचन्दन जगदेव बहादुर, पुरातत्त्वविशारद,विद्यावाचस्पति)
|
589
|
81
|
भगवान श्रीकृष्ण और भारतीय स्त्रियाँ (श्री के. एस. रामस्वामी शास्त्री, बी. ए. बी. एल., सबजज)
|
594
|
82
|
श्रीकृष्ण की गीता और दर्शनशास्त्रों का समन्वय (पं. श्रीनरदेवजी शास्त्री, वेदतीर्थ)
|
620
|
83
|
भगवान श्रीकृष्ण और उनका दिव्य उपदेश (स्वामीजी श्रीशिवानन्दजी महाराज)
|
606
|
84
|
श्रीराम-कृष्ण का ऐक्य (श्रीजनकसुताशरण शीतलासहायजी सावान्त बी. ए., एल-एल. बी., सम्पादक 'मानसपीयूष')
|
611
|
85
|
कवियों के श्रीकृष्ण (कुंवर श्री व्रजेन्द्र सिंहजी ‘साहित्यालंकार’)
|
623
|
86
|
महाराष्ट्र में श्रीकृष्ण-भक्ति (श्रीलक्ष्मण रामचंद्र पांगारकर, बी. ए. सम्पादक ‘मुमुक्षु’)
|
629
|
87
|
भगवान श्रीकृष्ण की मधुर-मुरली (श्रीयुत एस. राजाराम, सम्पादक ‘भारतधर्म’ अडयार)
|
646
|
88
|
अद्भुतकर्मी श्रीकृष्ण ('कृष्ण-किंकर')
|
652
|
89
|
आदिगुरु श्रीकृष्ण (साहित्यरंजन पं. श्रीविजयानंद जी त्रिपाठी)
|
667
|
90
|
श्रीकृष्ण की जन्म-तिथि (रावबहादुर श्रीचिन्तामणि विनायक वैद्य, एम. ए., एल-एल. बी)
|
670
|
91
|
श्रीकृष्ण का अद्भुत अवतार (श्री रामचंद्र कृष्ण कामत)
|
673
|
92
|
श्रीकृष्ण का विश्वरुप (श्रीयुक्त शिवदास बुद्धिराज एम. ए., रि. सेसन जज काश्मीर)
|
704
|
93
|
श्रीकृष्ण और क्राइस्ट (डॉ. एच. डब्ल्यू. बी. मोरेनो एम. ए. पी. एच. डी.)
|
711
|
94
|
श्रीकृष्ण और उनके उपदेश (स्वामी श्रीअभेदानन्दजी)
|
713
|
95
|
भगवान श्रीकृष्ण और भावी संसार (श्रीयुक्त बी. के. वेंकटाचारी बी.ए. एल.एल.बी. एडवोकेट)
|
722
|
96
|
श्रीकृष्ण-रहस्य (म. श्रीबालकरामजी विनायक, अयोध्या)
|
724
|
97
|
श्रीकृष्ण और गोपिकाएँ (श्रीयुत एस.बी. कौजलगी)
|
730
|
98
|
पूर्णावतार श्रीकृष्ण (बहुविद्याविशारद श्रीआनन्दघनरामजी)
|
733
|
99
|
श्रीकृष्णोपदिष्ट यज्ञ का रहस्य (बहिन सुब्बालक्ष्मी अम्मल बी. ए., एल.टी.)
|
747
|
100
|
श्रीकृष्ण और सुदामा (साहित्याचार्य पंडित श्री बलदेवजी उपाध्याय एम. ए.)
|
749
|
101
|
श्रीकृष्ण ही भारतवर्ष की आत्मा हैं (श्रीयुत विपिनचन्द्र पाल)
|
754
|
102
|
आदर्श सखा श्रीकृष्ण (पं. श्रीकृष्णदत्त जी भारद्वाज शास्त्री, आचार्य, बी. ए.)
|
757
|
103
|
दीनबन्धु श्रीकृष्ण (बाबा श्री राघवदासजी)
|
760
|
104
|
श्रीकृष्ण-परत्वम् (भक्तवर पं. श्री रामप्रसादजी महाराज)
|
765
|
105
|
श्रीकृष्ण और अर्जुन की मैत्री ('दासानुदास)
|
788
|
106
|
सत्संग और भगवान श्रीकृष्ण (श्रीवृंदावनदासजी, बी. ए., एल. एल. बी)
|
803
|
107
|
भगवान श्रीकृष्ण का आदेश
|
806
|
108
|
श्रीकृष्ण भक्ति रस (श्री ज्वालाप्रसादजी कानोड़िया)
|
814
|
109
|
भगवान श्रीकृष्ण के जन्म-कर्मों की अलौकिकता (श्रीभालचंद्र रामचंद्र पटवर्धन, एम. ए., एल. एल. बी.)
|
840
|
110
|
दिखावटी भक्तिमार्ग और कर्मयोग (पं. श्रीबद्रीनाथजी भट्ट, बी. ए.)
|
849
|
111
|
भागवत के कुछ विचारणीय विषय (एक प्रेमी महायश)
|
853
|
112
|
लीला- पुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण (कविराज पं. श्री गयाप्रसादजी शास्त्री साहित्याचार्य, ‘श्रीहरि’)
|
856
|
113
|
श्रीकृष्ण और शंकराचार्य (पं. श्रीबलदेवप्रसादजी मिश्र, एम.ए., एल.-एल.बी., एम.आर.ए.एस.)
|
862
|
114
|
श्रीमद्भागवत में श्रीकृष्ण-चरित्र (दण्डिस्वामीजी श्रीसहजानन्दजी सरस्वती)
|
866
|
115
|
श्रीकृष्णोपदिष्ट कर्मयोग का स्वरूप (पण्डितवर श्रीनाथूराम जी शर्मा)
|
876
|
116
|
श्रीकृष्णोपदिष्ट संन्यास का स्वरूप (श्री सुरेन्द्र नाथ मित्र, एम.ए., बी.एस.सी., एल.टी.)
|
879
|
117
|
श्रीकृष्णोपदिष्ट संन्यास और कर्मयोग (एक जिज्ञासु)
|
893
|
118
|
व्रज और व्रज-रज की महत्ता (पं. श्रीगौरीशंकरजी द्विवेदी ‘शंकर’)
|
895
|
119
|
प्रेमावतार श्रीकृष्ण (पं. श्रीहरिवक्ष जी जोशी, काव्य सांख्य स्मृतितीर्थ)
|
904
|
120
|
श्रीकृष्णलीला में माधुर्य रस (आचार्य श्री अनन्तलाल जी गोस्वामी)
|
916
|
121
|
व्रज परिचय (गोस्वामी श्रीलक्ष्मणाचार्य जी, मथुरा)
|
919
|
122
|
प्रेममय श्रीकृष्ण (श्रीयुत् सदानन्द जी सम्पादक ‘मेसेज’)
|
939
|
123
|
भीख (एक भिखारी)
|
941
|
124
|
जगद्गुरु श्रीकृष्ण (श्रीयुत् जी. वी. केतकर, बी.ए., एल.एल.बी. मंत्री गीता धर्म मण्डल, स. सम्पादक ‘केसरी’ पूना)
|
943
|
125
|
श्रीकृष्ण के सार्वभौम उपदेश का दिग्दर्शन (स्वामीजी श्रीज्योतिर्मयानन्द जी पुरी)
|
953
|
126
|
भगवान श्रीकृष्ण का जन्मपत्र (स्व. पं. लज्जाराम जी मेहता)
|
962
|
127
|
सारथ्य (‘सारजात्मजा’)
|
966
|
128
|
श्रीराधा-रहस्य (आचार्य श्री हितरूपलाल जी गोस्वामी )
|
967
|
129
|
गीता और श्रीकृष्ण (पं. श्रीझाबरमल्ल जी शर्मा)
|
972
|
130
|
श्री श्रीराधातत्त्व (पं. श्रीबद्रीप्रसाद जी योगाभ्यासी )
|
974
|
131
|
गीता के वक्ता श्रीकृष्ण (वैष्णवाचार्य म. श्रीरामदासजी श्रीपिण्डौरीधाम )
|
979
|
132
|
श्रीकृष्णार्जुन-युद्ध (प्रेषक – पूज्यपाद स्वामी श्रीस्वत:प्रकाश जी ‘हरिबाबा’)
|
988
|
133
|
अर्वाचीन भारत के प्रति श्रीकृष्ण का संदेश (श्रीयुत् मोहम्मद हाफिज सैयद एम. ए., एल. टी., लन्दन)
|
992
|
134
|
श्रीकृष्णलीला के अन्ध अनुकरण से हानि (निरीक्षक)
|
1001
|
135
|
श्रीमद्भागवत भगवान व्यासकृत है (गोस्वामी श्रीलक्ष्मणाचार्यजी)
|
1003
|
136
|
श्रीकृष्ण और उद्धव (श्रीरामचन्द्रकशंकर जी टक्की’ महाराज बी.ए.)
|
1009
|
137
|
अय प्यारे कृष्ण ! (श्रीवियोगी हरिजी)
|
1015
|
138
|
क्षमा-प्रार्थना (हनुमानप्रसाद पोद्दार)
|
1019
|
पद्य
|
1
|
अतीत संगीत (साहित्यरत्न पं. श्रीअयोध्यासिंहजी उपाध्याय ‘हरिऔध’)
|
28
|
2
|
हम लेंगे तेरा नाम (रामनरेश त्रिपाठी)
|
40
|
3
|
गीत (श्रीसुमित्रानन्दन पन्त)
|
44
|
4
|
नटवर ! (श्रीसत्याचरणजी 'सत्य' एम. ए.)
|
96
|
5
|
उद्धव के प्रति (स्व. सेठ श्रीअर्जुनदास केडिया)
|
128
|
6
|
गगन के प्रति (शांतिप्रिय द्विवेदी)
|
131
|
7
|
श्रीकृष्णाष्टक (पं. श्रीरमाशंकरजी मिश्र 'श्रीपति)
|
139
|
8
|
लाली (चन्द्रभानुसिंह ʻरजʼ दीवानबहादुर)
|
185
|
9
|
भगवान श्रीकृष्ण के चरणों में (पं० श्रीरामसेवकजी त्रिपाठी सम्पादक ʻमाधुरीʼ)
|
186
|
10
|
द्रौपदी-रक्षा (महामहोपाध्याय पं० श्रीदेवीप्रसाद जी शुक्ल, कविचक्रवर्ती)
|
214
|
11
|
तेरी शान (मदनगोपाल ʻव्रजेशʼ)
|
226
|
12
|
श्रीकृष्ण आओ ! (रामवचन द्विवेदी ʻअरविन्दʼ)
|
245
|
13
|
श्रीकृष्ण और सुदामा (श्रीजगदीश झा ʻविमलʼ)
|
252
|
|
14
|
चीरहरणलीलारहस्य (नारायणप्रसाद ’बेताब’)
|
288
|
|
15
|
श्रीकृष्णा- वन्दना (पं० श्री हगवतीप्रसाद जी त्रिपाठी, विशारद, एम्० ए०, एल-एल्० बी०)
|
306
|
16
|
कृष्ण (प्० श्री गंगा विष्णु जी पाण्डेय विद्याभूषण विष्णु)
|
338
|
17
|
कामना (श्यामनारायण पाण्डेय)
|
383
|
18
|
हरे कृष्ण! (प्रेमनारायण त्रिपाठी 'प्रेम')
|
388
|
19
|
हरि-दर्शन का सुख (चंद्रकला)
|
400
|
20
|
भावना (बलदेवप्रसादमिश्र, एम्. ए., एल-एल.बी., एम्.आर.ए.एस.)
|
413
|
21
|
हृदयेच्छा (श्रीदेवीप्रसादजी गुप्त, 'कुसुमाकर', बी.ए.,एल-एल.बी.)
|
431
|
22
|
कन्हैया आजा! (सैय्यद कासिमअली विशारद, साहित्यालंकार)
|
437
|
23
|
अभिलाषा (कविवर श्रीश्यामाचरणदत्तजी पंत)
|
445
|
24
|
कृष्ण कला (भगवती मंजुकेशी देवी)
|
450
|
25
|
देवकी का स्वप्न (प. श्रीराधेश्यामजी कथावाचक)
|
465
|
26
|
भगवान श्रीकृष्ण (राजा सर दलजीतसिंहजी सी. आई. ई.)
|
484
|
27
|
आइये (श्रीअवंतविहारी माथुर 'अवन्त' कविरत्न)
|
507
|
28
|
श्रीकृष्णजी के नौ रस (शारद 'रसेंद्र)
|
508
|
29
|
एक झाँकी (लक्ष्मणाचार्य वाणीभूषण)
|
536
|
30
|
सदा आनन्दमय
|
568
|
31
|
रंग में उनके सराबोर हूँ मैं (श्रीगोकुलदास जी)
|
588
|
32
|
प्रेम-पद (श्रीवल्ल्भसखा जी)
|
600
|
33
|
सर्वव्यापी श्री कृष्ण (श्रीनंदकिशोर जी झा, काव्यतीर्थ)
|
604
|
34
|
आओ (महादेवप्रसाद वाजपेयी 'ईश')
|
605
|
35
|
सर्वहितकारी है (स्वर्गीय पं० पन्नालालजी)
|
622
|
36
|
घनश्याम ! (चतुर्वेदी रामचन्द्र शर्मा)
|
701
|
37
|
श्रीकृष्णाऽर्पणमस्तु ! (कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’)
|
732
|
38
|
होली (श्रीदिलीप कुमार राय)
|
838
|
39
|
माधव-महिमा (कुमार श्रीप्रतापनारायणजी ‘कविरत्न’)
|
851
|
40
|
बांसुरी (भुवेनश्वर सिंह ‘भुवन’ साहित्यालंकार)
|
865
|
41
|
कृष्णकला (श्रीसुखराम जी चौबे ‘गुणाकर’)
|
874
|
42
|
इन्द्र पर चढ़ाई (श्रीयुक्त द्वारकाप्रसाद जी ‘रसिकेन्द्र’)
|
903
|
43
|
कन्हैया ! (काव्यविनोद पं. श्रीलोचनप्रसाद जी पाण्डेय)
|
959
|
44
|
श्रीकृष्ण-स्तुति (आरती) (श्रीनारायणदास जी पोद्दार)
|
973
|
45
|
हरे ! (पं. श्रीतुलसीराम जी शर्मा ‘दिनेश’)
|
987
|
46
|
परा-दृष्टि (श्रीपद-रज-'शिशु')
|
1013
|
47
|
लाल की मुसकान (श्रीमुनिलाल)
|
1023
|
48
|
कहां छिपा (पं. श्रीजगन्नाथ जी मिश्र गौड ‘कमल’)
|
1024
|
संगृहीत कविताएँ
|
1
|
निसिदिन गाइये (नागरीदासजी)
|
464
|
2
|
छार ऐसे जीबै पै (ललितकिशोरीजी)
|
483
|
3
|
लालकी मुसुकान (भगवतरसिकजी)
|
567
|
4
|
आयु सिरानी (ललितकिशोरीजी)
|
645
|
5
|
बंसीवारो श्यााम (रसखानि)
|
650
|
6
|
श्रीकृष्णप्रेम चालीसा ! (नारायणस्वामीजी)
|
702
|
7
|
भक्त (सूरदासजी)
|
732
|
8
|
बांसुरी (रसखानिजी)
|
746
|
9
|
आँखिन को फल पायो (मतिरामजी)
|
764
|
10
|
भक्त के कार्य (श्रीस्वामी हरिदासजी)
|
839
|
11
|
श्रीमधुराष्टकम् (श्रीश्रीवल्लभाचार्यविरचितम्)
|
965
|
परिशिष्टांक
|
1
|
ध्यान [सं. कविता] (श्रीनारायण स्वामीजी)
|
1024
|
2
|
भगवान श्रीकृष्ण के चरित्र का रहस्य (महात्मा गांधी जी)
|
1025
|
3
|
भक्त अर्जुन और श्रीकृष्ण (पूज्यपाद स्वामी श्रीस्वत: प्रकाश जी ‘हरिबाबा’द्वारा प्रेषित)
|
1026
|
4
|
कृष्ण-मुरलिका (पं. श्रीश्यामाकांत जी पाठक)
|
1028
|
5
|
भगवान श्रीकृष्ण का प्रभाव (श्रीजयदयाल जी गोयन्दका)
|
1029
|
6
|
कर्मयोगी, युग-प्रवर्तक एवं धर्मसंस्थापक श्रीकृष्ण [संगृहित] (बाबू श्रीभगवानदास जी एम. ए.) [अनुवादक- गोस्वामी चिम्मनलालजी]
|
1040
|
7
|
चीर-हरण का रहस्य (प्रभासपत्तनस्थ श्रीशारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीशंकराचार्य स्वामी जी श्रीस्वरूपानन्दतीर्थ जी महाराज)
|
1046
|
8
|
हे कृष्ण ! तुम्हारी गति तुम्हीं को ज्ञात है ! (काव्यविनोद पं. श्रीलोचनप्रसाद जी पाण्डेय)
|
1052
|
9
|
संगीत-शास्त्रज्ञ श्रीकृष्ण (चतुर्वेदी पं. श्रीद्वारकाप्रसाद जी शर्मा)
|
1056
|
10
|
श्रीकृष्ण की आंख-मिचौनी (श्रीवेणुगोपालजी आचार्य)
|
1058
|
11
|
अवतार तत्व (साहित्याचार्य पं. श्रीशालग्राम जी शास्त्री)
|
1064
|
12
|
श्रीराधाजी के प्रति भगवान श्रीकृष्ण का तत्त्वोपदेश
|
1070
|
13
|
चक्रपाणि (पं. श्रीब्रह्मदत्त जी शर्मा ‘शिशु’)
|
1072
|
14
|
जय श्रीकृष्ण ! [कविता] (पं. श्रीझाबरमल्ल जी शर्मा)
|
1076
|
15
|
श्रीकृष्ण-मुख-वर्णन [कविता] (अर्जुनदास केडिया)
|
1078
|
16
|
श्याम-स्मरण [कविता] (राजारामजी शुक्ल)
|
1079
|
17
|
श्री श्रीराधातत्त्व (श्रीअमूल्यचरण विद्याभूषण, प्रोफेसर विद्यासागर कॉलेज)
|
1081
|
18
|
भगवान श्रीकृष्ण के चौंसठ गुण (गोस्वामी श्रीचिम्मनलाल जी एम. ए.)
|
1089
|
19
|
श्रीकृष्ण और भागवत – धर्म (श्री जगन्नाथ प्रसाद जी मिश्र, बी.ए., बी.एल.)
|
1091
|
20
|
जन्माष्टमी का उत्सव (श्रीदत्तात्रेय बालकृष्ण कालेलकर, गुजरात विद्यापीठ) [अनुवादक- काशीनाथ नारायण त्रिवेदी]
|
1099
|
21
|
मुसलमान कवि और भगवान श्रीकृष्ण (श्रीव्रजमोहन जी वर्मा)
|
1105
|
22
|
कृष्ण – कृष्ण कहते मैं तो कृष्ण हो गया ! (पं. श्रीरमेशचन्द्र जी त्रिपाठी)
|
1122
|
23
|
श्रीकृष्ण [कविता] (महामहोपाध्याय पं. श्रीदेवीप्रसाद जी शुक्ल कवि- चक्रवर्ती )
|
1130
|
24
|
श्रीकृष्णाष्टक (बाबू जगन्नाथप्रसाद ‘भानु’ )
|
1131
|
25
|
मोक्ष-संन्यासिनी गोपियां (गोपी-पद-रेण)
|
1134
|
26
|
श्रीराधिका जी का उद्धव को उपदेश
|
1146
|