भागवत सुधा -करपात्री महाराजस्वामी अखन्डानन्द जी पर महाराज श्री का अत्यन्त स्नेह था और ये भी उनके प्रति अनन्य श्रद्धा रखते थे। अतः यह एक प्रामाणिक परिचय है। हम स्वामी अखन्डानन्द जी महाराज के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। पूज्य महाराज श्री ने अपने जीवन काल में ही डा. विद्यानिवास मिश्र को भागवत सुधा की प्रेसकापी देखने और उस पर भूमिका लिखने की आज्ञा दी थी। डा. साहब के इस कार्य के लिए हम बहुत आभारी हैं। श्रीमार्कण्डेय जी ब्रह्मचारी ने इस प्रेसकापी के सन्दर्भों को अत्यन्त परिश्रम पूर्वक ठीक किया है। इसके लिए हम उनके प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं। हमारे प्रकाशन संस्थान की वाराणसी शाखा के व्यवस्थापक श्री श्रीप्रकाश मिश्र, डा. गिरीश दत्त पाण्डेय एवं तारा प्रिटिंग प्रेस के व्यवस्थापक श्री रमाशंकर जी पण्ड्या के भी हम आभारी हैं, जिनके परिश्रम एवं सहयोग से यह कार्य सम्पन्न हो सका है। हम उन सभी व्यक्तियों के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस पुनीत कार्य में हमारा ज्ञाताज्ञात सहयोग किया है। अन्त में हम पूज्य श्री चरणों के प्रति अपनी प्रमाणांजलि अर्पित करते हुये वृन्दावन विहारी भगवान श्रीकृष्ण चन्द्र से प्रार्थना करते हैं कि वे हमें ऐसे पुनीत कार्यों में तत्पर बने रहने की प्रेरणा देते रहें। भागवत सुधा लोगों को पवित्र कर लोक कल्याण के मार्ग पर ले चले, यही हमारी कामना है। हनुमान प्रसाद धानुका
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