भक्ति सुधा -करपात्री महाराज
ज्ञान और भक्ति
बड़े कुतूहल के साथ लोगों का प्रश्न होता है कि ज्ञान बड़ा कि भक्ति? कुछ लोग ज्ञान की महिमा दिखलाते हुए भक्ति का अपकर्ष दिखलाते हैं, तो कुछ लोग भक्ति की महिमा के सामने ज्ञान को निकृष्ट ठहराते हैं। कोई भक्ति को ज्ञान का साधन कहते हैं, तो कोई ज्ञान को भक्ति का साधन कहते हैं। गोस्वामी तुलसीदास जी का कहना है कि ज्ञान से विश्वास और विश्वास से प्रीति होती है-
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
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