विषय सूची
भागवत स्तुति संग्रह
चौथा अध्याय
द्वारकालीला
नवम् प्रकरण
देवकी के छः मृत पुत्रों का उद्धार
बलिकृत स्तुति
हे विभो! हे संपूर्ण जीवों के ईश्वर! जिस आपके अनुशासन के अनुकूल कर्म करने से विधिनिषेधरूप बंधन से प्राणी मुक्त हो जाता है वैसा ही उपदेश देकर हमको आप निष्पाप कीजिए।।46।। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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प्रकरण | पाठ का नाम | पृष्ठ संख्या |
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