विषय सूची
भागवत स्तुति संग्रह
दूसरा अध्याय
माधुर्यलीला
अष्टम प्रकरण
परिशिष्ट
माधुर्य-भक्ति
उद्धव जी कृत गोपी स्तुति
(फिर उन गोपियों की स्तुति करते हैं-) जिन चरण कमल की लक्ष्मी जी, आप्तकाम ब्रह्मादि देवता और योगेश्वर अपने हृदय में पूजा करते हैं, उन श्रीकृष्ण जी के चरणकमलों को जिन गोपियों ने रासक्रीड़ा में अपने वक्षःस्थल में रखा था और उसका आलिंगन करके अपना ताप दूर किया था (ऐसी गोपियों के चरण कमलों को मैं नमस्कार करता हूँ)।।62।। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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प्रकरण | पाठ का नाम | पृष्ठ संख्या |
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