गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) छो (Text replacement - "रयौ" to "र्यौ") |
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'''चरनोदक कौं छाँड़ि सुधा-रस, सुरा-पान अँचयौ।''' | '''चरनोदक कौं छाँड़ि सुधा-रस, सुरा-पान अँचयौ।''' | ||
'''कुबुधि-कामन चढ़ाइ कोप करि, बुधि-तरकस रितयौ।''' | '''कुबुधि-कामन चढ़ाइ कोप करि, बुधि-तरकस रितयौ।''' | ||
− | '''सदा सिकार करत मृग-मन कौं, रहत मगन | + | '''सदा सिकार करत मृग-मन कौं, रहत मगन भुर्यौ।''' |
'''घेर्यौ आइ कुटुम-लसकर मैं, जम अहदी पठयौ।''' | '''घेर्यौ आइ कुटुम-लसकर मैं, जम अहदी पठयौ।''' | ||
'''सूर नगर चौरासी भ्रमि-भ्रमि, घर-घर कौ जु भयौ।।73।।''' | '''सूर नगर चौरासी भ्रमि-भ्रमि, घर-घर कौ जु भयौ।।73।।''' |
01:03, 11 अक्टूबर 2017 के समय का अवतरण
सूर विनय पत्रिका
अनुवादक - सुदर्शन सिंह
राग धनाश्री
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