जंघाबन्धु हिन्दू मान्यताओं तथा पौराणिक महाकाव्य महाभारत सभा पर्व के उल्लेखानुसार एक मुनि थे, जो कि युधिष्ठिर की सभा में युधिष्ठिर के पास बैठते थे।[1]
जंघाबन्धु हिन्दू मान्यताओं तथा पौराणिक महाकाव्य महाभारत सभा पर्व के उल्लेखानुसार एक मुनि थे, जो कि युधिष्ठिर की सभा में युधिष्ठिर के पास बैठते थे।[1]