श्रीहित हरिवंश गोस्वामी:संप्रदाय और साहित्य -ललिताचरण गोस्वामी
साहित्य
नागरीदास जी
सुन्दर श्री बरसानौ निवास और वास बसौं श्री वृन्दावन धाम है। ध्रुवदास जी ने ‘भक्त नामावली’ में नागरीदास जी के संबंध में लिखा है, नेही नागरी दास अति जानत नेह की रीति। इनके कुछ दोहे और पद यहाँ दिये जाते हैं। दोहा |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
विषय | पृष्ठ संख्या |
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज