गीता अमृत -जोशी गुलाबनारायण
अध्याय-18
मोक्ष-संन्यास-योग
मोक्ष-संन्यास-योग
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ केशी नाम के दैत्य का वध करने वाले। कृष्ण का विशेषण। केशी-वध की कथा इस प्रकार है। केशी मथुराधिय कंस का अनुचर था जो अपना रूप चाहे जैसा बना सकता था। कंस की आज्ञा से यह अश्व का रूप बनाकर वृन्दावन गया और अनेक गोपालों तथा गायों को मार डाला। भगवान कृष्ण ने इस अश्व-रूप-केशी को शासित किया और मार डाला।
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