गोविन्द राम (वार्ता | योगदान) |
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− | श्रीभगवान् | + | श्रीभगवान् बोले- |
मेरे परम शुभ सुन महाबाहो! वचन अब और भी। | मेरे परम शुभ सुन महाबाहो! वचन अब और भी। | ||
तू प्रिय मुझे, तुझसे कहूँगा बात हित की मैं सभी॥1॥ | तू प्रिय मुझे, तुझसे कहूँगा बात हित की मैं सभी॥1॥ |
17:23, 22 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण
विषय सूची
श्रीहरिगीता -दीनानाथ भार्गव 'दिनेश'
अध्याय 10 पद 1-5
श्रीभगवान् बोले- |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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