टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सइयाँ
- ↑ करीने
- ↑ सहियाँ = सखियों। काठो = कठिन। मन... कियो = मन को कड़ा करके उदासीन वा निरपेक्ष बन गये। अजूँ = आज तक। वचन = वादा। कैसे करि = किस प्रकार। तुम्हारे = अपने। फटत हियो = हृदय विदीर्ण हो रहा है।
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