म्‍हाँरे घर आज्‍यो प्रीतम प्‍यारा -मीराँबाई

मीराँबाई की पदावली

Prev.png
विरह निवेदन

राग टोड़ी


म्‍हाँरे घर आज्‍यो प्रीतम प्‍यारा, तुम बिन सब जग खारा ।।टेक।।
तन मन धन सब भेंट करूँ, ओ भजन करूँ मैं थाँरा ।
तुम गुणवंत बड़े गुणसागर, मैं हूँ जी औगणहारा ।
मैं निगुणी गुण एकौ नाहीं, तुझमें जी गुण सारा ।
मीराँ कहै प्रभु कबहि मिलौगे, बिन दरसण दुखियारा ।।113।।[1]

Next.png

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. - खारा = फीका, नीरस। थाँरा = तुम्हारा। दुखियारा = दुखी।

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                                 अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र    अः