मीराँबाई की पदावली
विरह निवेदन राग टोड़ी
म्हाँरे घर आज्यो प्रीतम प्यारा, तुम बिन सब जग खारा ।।टेक।। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ - खारा = फीका, नीरस। थाँरा = तुम्हारा। दुखियारा = दुखी।
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