मीराँबाई की पदावली
परीक्षा
राणाजी थे जहर दियो म्हे जाणी ।। टेक ।। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ थे = तुमने। म्हे = मैं। जाणी = जान गई। दहत = तपाया जाता है। बांरावाणी = बारह वानी ( बारह सूर्यों के समान दहक वाला ), खरा, चोखा। जगत की = सांसारिक वा समूची, कुल। तरकस तीर = तरकस के तीर सदृश। गरक = गर्क हो गया, प्रवेश कर गया। सनकाणी = सनक गई वा पागली हो गई।
संबंधित लेख
क्रम संख्या | पाठ का नाम | पृष्ठ संख्या |
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज