कन्यतीर्थ

कन्यातीर्थ सुदूर दक्षिण में समुद्र तट पर स्थित कन्याकुमारी का ही नाम है। पद्मपुराण 38,23 में भी कन्यातीर्थ का उल्लेख है।

'ततस्तीरे समुद्रस्य कन्यातीर्थमुपस्पृशेत् तत्रोपस्पृश्य राजेन्द्र सर्वपापै: प्रमुच्यते।'[1]

कन्यातीर्थ का प्राचीन कुमारीदेवी का मंदिर उल्लेखनीय है। पौराणिक कथा के अनुसार कुमारी-देवी ने शिव की आराधना इस स्थान पर की थी। बाणासुर दैत्य को भी कुमारी ने इसी स्थान पर मारा था। कन्याकुमारी दक्षिण भारत के प्रायद्वीप की नोक पर स्थित है, यहाँ एक ओर से बंगाल की खाड़ी का और दूसरी ओर से अरब सागर का जल हिंद महासागर से मिलता है।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. वन पर्व महाभारत 85,23

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