अंतर्धान एक प्रकार का महाभारतकालीन अस्त्र था। वह अस्त्र जिसका प्रयोग करने वाले व्यक्ति को कोई देख न सके।[1] इसके प्रयोग द्वारा अर्जुन ने महाभारत युद्ध में स्वयं को ओझल कर लिया था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस.पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 1 29 |
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