अम्बिकावन

अम्बिकावन का उल्लेख पुराणों में कई स्थानों पर हुआ है। इस वन के विषय में यह कहा गया है कि यहाँ जो भी पुरुष जाता है, वह स्त्री हो जाता है। यह 'इलावृत्तखण्ड' में स्थित बताया गया है।[1]


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पौराणिक कोश |लेखक: राणाप्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, आज भवन, संत कबीर मार्ग, वाराणसी |पृष्ठ संख्या: 6 |

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