कृष्णलीला भगवान कृष्ण की जीवन कथा के पारंपरिक मंचन को कहा जाता है। मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि परिसर में हर वर्ष जन्माष्टमी के बाद कृष्णलीला का आयोजन किया जाता है। कृष्णलीला भारत के अतिरिक्त कई देशों में भी काफ़ी प्रचलित है। ब्रज में भगवान श्रीकृष्ण से सम्बंधित कई लीलाओं का मंचन व प्रस्तुतीकरण निपुण कलाकारों द्वारा किया जाता है। इन कलाकारों द्वारा कृष्णलीला में किया जाने वाला अभिनय सजीव सा लगता है और किसी का भी मन मोहने में समर्थ होता है। श्रीकृष्ण ने अपने बालकाल से लेकर युवावस्था तक न जाने कितनी ही लीलाएँ कीं। भारत भूमि पर उनके जन्म की लीला भी बहुत आनंद प्रदान करने वाली है। श्रीकृष्ण द्वारा पूतना वध, मृतिका भक्षण, माखन चोरी, कालिय नाग का मर्दन, कुबेर पुत्रों का उद्धार, खेल-खेल में ही कई राक्षसों का वध, इन्द्र का घमण्ड चूर-चूर करना तथा गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा अंगुली पर उठाना जैसी कई चमत्कारपूर्ण लीलाएँ की गईं। ...और पढ़ें