सरासन

सरासन वह दिव्य धनुष था, जो पांडव अर्जुन के पास था। यह धनुष उन्हें अग्निदेव से मिला था।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. गीता अमृत -जोशी गुलाबनारायण पृ. 103

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