"परमानंददास के पद" श्रेणी में पृष्ठ इस श्रेणी में निम्नलिखित 36 पृष्ठ हैं, कुल पृष्ठ 36 आ आज दधि कंचन मोल भई -परमानंददास आज दधि मीठो मदन गोपाल -परमानंददास आज बधाई को दिन नीको -परमानंददास आज ललन की होत सगाई -परमानंददासक कहा करौ बैकुंठहि जाय -परमानंददास कापर ढोटा नयन नचावत -परमानंददास कुंज भवन में मंगलचार -परमानंददास कौन रसिक है इन बातन कौ -परमानंददासग गावत गोपी मधु मृदु बानी -परमानंददास गोपी प्रेम की ध्वजा -परमानंददासच चैत्र मास संवत्सर -परमानंददासज जागो मेरे लाल जगत उजियारे -परमानंददास ड डोल माई झूलत हैं ब्रजनाथ -परमानंददासत तिहारे चरन कमल को माहत्म्य -परमानंददासन नन्द बधाई दीजे हो ग्वालन -परमानंददासप पतंग की गुडी उडावन लागे व्रजबाल -परमानंददास पद्म धर्यो जन ताप निवारण -परमानंददास परमानंददास के पद प्रथम गोचारण चले कन्हाई -परमानंददासब बृंदावन क्यों न भए हम मोर -परमानंददास ब्रज के बिरही लोग बिचारे -परमानंददासम मंगल माधो नाम उचार -परमानंददास माई मीठे हरि जू के बोलना -परमानंददास मैया मोहिं ऐसी दुलहिन भावै -परमानंददास य यह धन धर्म ही तें पायो -परमानंददास यह प्रसाद हों पाऊं श्री यमुना जी -परमानंददास यह मांगो गोपीजन वल्लभ -परमानंददासर रंचक चाखन देरी दह्यो -परमानंददास रक्षा बंधन को दिन आयो -परमानंददास राखी बांधत जसोदा मैया -परमानंददासल लाल कछु कीजे भोजन -परमानंददासश श्री जमुना जी दीन जानि मोहिं दीजे -परमानंददास श्री यमुने की आस अब करत है दास -परमानंददास श्री यमुने के साथ अब फ़िरत है नाथ -परमानंददास श्री यमुने पिय को बस तुमजु कीने -परमानंददास श्री यमुने सुखकारनी प्राण प्रतिके -परमानंददास