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श्रीमद्भागवत प्रवचन -स्वामी तेजोमयानन्द
2.विराट का ध्यान
तो मरण के समय क्या करना चाहिए। बोले, घर से बाहर निकल जाओ। वैसे भी, पता चल जाए तो घर के लोग खटिया पर सोने नहीं देते। उठाकर नीचे रख देते हैं। इसलिए कहा- ‘शुचौ विविक्त आसीनो विधिवत्कल्पितासने’ घर से निकलकर किसी पवित्र स्थान पर बैठ जाना और धारणा करके मन को जीत लेना। मनुष्य को चाहिए कि प्रतिदिन वह ध्यानाभ्यास करे। कैसे?
ध्यान के लिए चार बातें आवश्यक हैं।
जितासनः- एक स्थान पर - एक आसन में स्थिर बैठना। |
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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