ब्रजमण्डल के काम्यवन में चरण पहाड़ी के पास ही 'विहृल कुण्ड' और 'पंचसखा कुण्ड' हैं।
- यहाँ पर भगवान श्रीकृष्ण की बाँसुरी की ध्वनि को सुनकर गोपियाँ प्रेम में विहृल हो गई थीं, इसलिए यह स्थान विहृल कुण्ड के नाम से प्रसिद्ध हुआ।
- पंच सखा कुण्डों के नाम 'रग्ङीला', 'छबीला', 'जकीला', 'मतीला' और 'दतीला कुण्ड' हैं। ये सब अग्रावली ग्राम के पास विद्यमान हैं।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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