श्रीराधा कृष्ण की मधुर-लीलाएँ
श्रीरास-लीलाआसुरिजी- कहा भगवान्! सखी-रूप धारन करनौ परैगौ?
(राग पूरिया-तीन ताल)
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ पद रत्नाकर, पद सं. 260
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श्रीरास-लीलाआसुरिजी- कहा भगवान्! सखी-रूप धारन करनौ परैगौ?
(राग पूरिया-तीन ताल)
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