मालव | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- मालव (बहुविकल्पी) |
मालव एक प्राचीन स्थान था, जहाँ मालवगणों का निवास था। यूनानी आक्रमणकारी अलक्षेंद्र (सिकन्दर) ने इस पर आक्रमण किया था और हज़ारों निर-अपराधी नर-नारियों को मार डाला था।
- महाभारत वनपर्व[1] के अनुसार मालव गणराज्य को कर्ण ने विजित किया था। कर्ण ने सामनीति के द्वारा अवन्ती देश के राजाओं को वश में करके वृष्णिवंशी यादवों से हिल-मिलकर पश्चिम दिशा पर विजय प्राप्त की थी। इसके बाद पश्चिम दिशा में जाकर यवन तथा बर्बर राजाओं को, जो पश्चिम देश के ही निवासी थे, पराजित करके उनसे कर लिया। इस प्रकार अधिकांश राज्यों को जीतकर उसने म्लेच्छ, वनवासी, पर्वतीय भद्र, रोहितक, आग्रेय तथा मालव आदि समस्त गणराज्यों को परास्त किया। इसके बाद नीति के अनुसार काम करने-वाले सूतनन्दन कर्ण ने हँसते-हँसते शशक और यवन राजाओं को भी जीत लिया था।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत वन पर्व अध्याय 254 श्लोक 1-25