भोजकटपुर नामक एक स्थान का उल्लेख पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत के अनुसार यह विदर्भ नरेश भीष्मक के पुत्र रुक्मी की राजधानी थी।[1]
- रुक्मी की शत्रुता थी श्रीद्वारिकाधीश से और इस शत्रुता के कारण ही वह अपनी पैतृक राजधानी कुण्डिनपुर का परित्याग करके भोजकटपुर में बस गया था।[2]