बोलो जय राधे, राधे।
बोलो जय राधे, राधे।
राधा-माधव की प्रान।
बोलो जय राधे, राधे।
राधा मधुमयी महान।
बोलो जय राधे, राधे।
राधा वृषभानु-दुलारी राधा श्री कीर्त्ति-कुमारी,
दोनों के प्रान समान। बोलो जय राधे०॥
राधा की मति में सो है, माधव की मति में जो है,
दोनों ही एक मतिमान। बोलो जय राधे०॥
राधा अति भोली-भाली, माधव मोहन-मधुशाली,
दोनों की न्यारी बान। बोलो जय राधे०॥
राधा जब निपट सयानी, माधव सजते अज्ञानी,
दोनों की दो पहचान। बोलो जय राधे०॥