प्लक्षप्रस्रवण तीर्थ का उल्लेख हिंदू पौराणिक महाकाव्य महाभारत में हुआ है। महाभारत के अनुसार यहाँ सरस्वती नदी का उद्गम-कुण्ड था, जो प्लक्ष (पाकर) वृक्ष के समीप था।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस.पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 75 |