प्रभु की याद दिलाने वाले -हनुमान प्रसाद पोद्दार

पद रत्नाकर -हनुमान प्रसाद पोद्दार

अभिलाषा

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राग भीमपलासी - ताल कहरवा


प्रभु की याद दिलाने वाले दुःख रहें नित मेरे पास।
प्रभु की याद भुलाने वाले सुख-समूह हो जायें नाश॥
वह विपत्ति सम्पत्ति परम है, जिसमें प्रभु के हों दर्शन।
वह सम्पत्ति विपत्तिरूप है, हटवा दे जो प्रभु से मन॥
वह अपमान मान सच्चा है, जिसमें हो शुभ प्रभु का भान।
जो प्रभु से सम्पर्क छुड़ा दे, वह है जलने लायक मान॥

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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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