पूर्णिमा

Disamb2.jpg पूर्णिमा एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- पूर्णिमा (बहुविकल्पी)

पूर्णिमा जब चन्द्र एवं बृहस्पति एक ही नक्षत्र में हों और तब पूर्णिमा हो तो उसे पूर्णिमा या पौर्णमासी को महा कहा जाता है; ऐसी पौर्णमासी पर दान एवं उपवास 'अक्षय' फलदायक होता है[1]; [2], [3]; [4]

  • पूर्णिमा के स्वामी स्वयं चन्द्र देव हैं। पूर्णिमान्त काल में सूर्य एवं चन्द्र एकदम आमने-सामने (समसप्तक) होते हैं। इसका विशेष नाम 'सौम्या' है। यह पूर्णा तिथि है। इसे 'राका' तथा 'अनुमिति' भी कहते हैं। इसी तिथि को शुक्ल पक्ष का अन्त होता है।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. विष्णुधर्म सूत्र 49|9-10
  2. कृत्यरत्नाकर, पृ. 430-431
  3. नैयतकालिक काण्ड, 373
  4. कालविवेक (346-347)

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