पटच्चर | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- पटच्चर (बहुविकल्पी) |
पटच्चर एक प्राचीन देश का नाम था, जिसका उल्लेख महाभारत तथा पुराणों में मिलता है। 'महाभारत सभापर्व' के आधार पर यहाँ के निवासी चेदिराज जरासंघ के भय से दक्षिण को भाग गये थे।[1]
- सहदेव ने दक्षिण दिग्विजय के समय पटच्चर पर विजय प्राप्त की थी।[2]
- पटच्चर को मत्स्य देश के दक्षिण में चेदि देश के निकट मानना पड़ेगा; पर संभवत: यहाँ के निवासियों के दक्षिण की और भाग जाने के कारण ही महाभारत के टीकाकार नीलकंठ ने इसे प्राचीन चोल देश माना है।[3][4]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ सभापर्व 14.26
- ↑ सभापर्व 31.4
- ↑ ब्रह्मापुराण 2.16.41; मत्स्य पुराण 114.35
- ↑ पौराणिक कोश |लेखक: राणा प्रसाद शर्मा |प्रकाशक: ज्ञानमण्डल लिमिटेड, वाराणसी |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 288 |