नव-पल्लव सुगन्ध-सुमनों से शोभित -हनुमान प्रसाद पोद्दार

पद रत्नाकर -हनुमान प्रसाद पोद्दार

बाल-माधुरी की झाँकियाँ

Prev.png
राग सारंग - ताल कहरवा


नव-पल्लव सुगन्ध-सुमनोंसे शोभित वृक्ष-लता सपन्न।
होता जहाँ, वायु शीतल-सुरभित-सुमन्दसे सुख उत्पन्न॥
यमुना-पुलिन सुवासित सुन्दर रहता सदा एक शुभ ओर।
वृन्दा-विपिन-वीथियोंमें उन विचर रहे व्रजराज-किशोर॥

Next.png

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                                 अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र    अः