नंददास जी की निम्नलिखित मुख्य रचनाएँ हैं-
पद्य रचना - 'रासपंचाध्यायी', 'भागवत दशमस्कंध', 'रुक्मिणीमंगल', 'सिद्धांत पंचाध्यायी', 'रूपमंजरी', 'मानमंजरी', 'विरहमंजरी', 'नामचिंतामणिमाला', 'अनेकार्थनाममाला', 'दानलीला', 'मानलीला', 'अनेकार्थमंजरी', 'ज्ञानमंजरी', 'श्यामसगाई', 'भ्रमरगीत', 'सुदामाचरित्र'।
गद्य रचना - 'हितोपदेश', 'नासिकेतपुराण'।
- रुचिर चित्रसारी सघन कुंज में मध्य कुसुम-रावटी राजै -नंददास
- ऊधव के उपदेश सुनो ब्रज नागरी -नंददास
- झूलत राधामोहन -नंददास
- माई फूल को हिंडोरो बन्यो -नंददास
- श्री लक्ष्मण घर बाजत आज बधाई -नंददास
- फल फलित होय फलरूप जाने -नंददास
- छोटो सो कन्हैया एक मुरली मधुर छोटी -नंददास
- जुरि चली हें बधावन नंद महर घर -नंददास
- भाग्य सौभाग्य श्री यमुने जु देई -नंददास
- ताते श्री यमुने यमुने जु गावो -नंददास
- सूर आयौ माथे पर, छाया आई पाँइन तर -नंददास
- भक्त पर करि कृपा श्री यमुने जु ऐसी -नंददास
- अरी चल दूल्हे देखन जाय -नंददास
- माई आज तो गोकुल ग्राम -नंददास
- प्रात समय श्री वल्ल्लभ सुत को -नंददास
- नंद भवन को भूषण माई -नंददास
- तपन लाग्यौ घाम, परत अति धूप भैया -नंददास
- नेह कारन श्री यमुने प्रथम आई -नंददास
- आज वृंदाविपिन कुंज अदभुत नई -नंददास
संबंधित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज