धैर्य | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- धैर्य (बहुविकल्पी) |
धैर्य अर्थात धीर होने का भाव, धीरज, सब्र। किसी संकट के उत्पन्न होने पर 'मन की दृढ़ता' अथवा 'चित्त की स्थिरता' को धैर्य कहा जाता है।
- उदाहरण
महाभारत युद्ध में कर्ण दुर्योधन को सम्बोधित करते हुए कहता है कि "यदि साक्षात इन्द्र भी कुन्तीकुमार अर्जुन की रक्षा करने के लिये आ गये हों तो उन्हें भी शीघ्र ही पराजित करके मैं पाण्डुपुत्र अर्जुन को अवश्य मार डालूंगा। भरतनन्दन ! तुम धैर्य धारण करो। मैं तुमसे सच्ची प्रतिज्ञा करके कहता हूँ कि युद्धस्थल में आये हुए पांडवों तथा पांचालों को निश्चय ही मारूंगा।"
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