धर्म

Disamb2.jpg धर्म एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- धर्म (बहुविकल्पी)

धर्म का अर्थ है रीति, विधि या कर्तव्य। धर्म के दो आयाम हैं। एक है संस्कृति, जिसका संबंध बाहर से है। दूसरा है अध्यात्म, जिसका संबंध भीतर से है।

  • धर्म का तत्त्व भीतर है, मत बाहर है। तत्त्व और मत दोनों का जोड़ धर्म है।
  • तत्त्व के आधार पर मत का निर्धारण हो, तो धर्म की सही दिशा होती है। मत के आधार पर तत्त्व का निर्धारण हो, तो बात कुरूप हो जाती है।
  • नैतिक मूल्यों का आचरण ही धर्म है, धर्म वह पवित्र अनुष्ठान है जिससे चेतना का शुद्धिकरण होता है।
  • धर्म वह तत्त्व है जिसके आचरण से व्यक्ति अपने जीवन को चरितार्थ कर पाता है।
  • धर्म चार रूपों में परिवर्तित है-
  1. हिन्दू धर्म
  2. मुस्लिम धर्म
  3. सिख धर्म
  4. ईसाई धर्म


टीका टिप्पणी और संदर्भ

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