गीता माधुर्य -स्वामी रामसुखदास
दूसरा अध्याय
तो फिर शोक क्यों होता है? जानना कैसे हो? तो फिर वह कैसा है? शोक दूर करने की तो आपने बहुत-सी बातें बता दीं, पर मुझे जो पाप का भय लग रहा है, वह कैसे दूर हो? |
तो फिर शोक क्यों होता है? जानना कैसे हो? तो फिर वह कैसा है? शोक दूर करने की तो आपने बहुत-सी बातें बता दीं, पर मुझे जो पाप का भय लग रहा है, वह कैसे दूर हो? |