गीता माधुर्य -स्वामी रामसुखदास
बारहवाँ अध्याय
और कौन आपका प्यारा है भगवन्? अभी तक तो आपने अपने सिद्ध भक्तों को प्यारा बताया, अब यह बताइये कि आपको अत्यन्त प्यारा कौन है? जो श्रद्धा-प्रेमपूर्वक मेरे परायण हो गये हैं और अभी कहे हुए सिद्ध भक्तों के लक्षणों का रुचिपूर्वक सेवन करने वाले हैं, ऐसे साधक भक्त मेरे को अत्यन्त प्यारे हैं।।20।। |