क्षुप | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- क्षुप (बहुविकल्पी) |
क्षुप हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत के अनुसार एक सूर्यवंशी राजा प्रसन्धि के पुत्र और महाराज इक्ष्वाकु के पिता थे।
महाशक्ति वैवस्वत मनु के पुत्र महाबाहु प्रसन्धि के तनय तथा इक्ष्वाकु के पिता ये महाबलवान राजषि यमराज की सभा में विराजमान होते थे इन्हें मनु से खड्ग़ प्राप्त हुआ था इन्होंने अपने जीवन में कभी मध्य मांस भी ग्रहण नहीं किया था। महाभारत के आश्वमेध पर्व के चौथे अध्याय के अनुसार क्षुप इक्ष्वाकु के पूर्व पुरुष माने जा सकते है। विष्णुपुराण में नेदिष्ट के वंशकी ग्यारहवीं पीढ़ी में क्षुप का पता मिलता है। परन्तु यह मनु के पुत्र नहीं है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 42 |