कोकामुखतीर्थ

कोकामुखतीर्थ का उल्लेख हिन्दू पौराणिक ग्रंथ हरिवंश पुराण में हुआ है। हरिवंश पुराण विष्णु पर्व के उल्लेखानुसार यह एक तीर्थ स्थल था। [1]

  • महाभारत वन पर्व के उल्लेखानुसार इस तीर्थ में स्नान करके ब्रह्मचर्य एवं संयम-नियम का पालन करने वाला पुरुष पूर्वजन्म की बातों को स्मरण करने की शक्ति प्राप्त कर लेता है।[2]



  1. हरिवंश पुराण विष्णु पर्व अध्याय 122 श्लोक 20-40
  2. महाभारत वन पर्व अध्याय 84 श्लोक 142-162

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