किष्किंधा बिलारी से 60 मील उत्तर की ओर रामायण में प्रसिद्ध, वानरों की राजधानी थी। रामायण काल में 'किष्किंधा' वानर राज बालि का राज्य था।
- किष्किंधा संभवत: 'ऋष्यमूक' की भाँति ही पर्वत था। बालि ने अपने भाई सुग्रीव को किष्किंधा से मार कर भगा दिया था और वह ऋष्यमूक पर्वत पर हनुमान आदि के साथ रहने लगा था। ऋष्यमूक पर बालि श्राप के कारण नहीं जा सकता था।
- किष्किंधा से प्रायः एक मील पश्चिम में पंपासर नामक ताल है, जिसके तट पर राम और लक्ष्मण कुछ समय के लिए ठहरे थे। पास ही स्थित सुरोवन नामक स्थान को शबरी का आश्रम माना जाता है।
- महाभारत सभा पर्व में भी किष्किंधा का उल्लेख है- यहाँ पर भी किष्किंधा को पर्वत-गुहा कहा गया है और वहाँ वानरराज मैन्द और द्विविद का निवास बताया गया है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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