इन्द्रमार्ग हिन्दू पौराणिक ग्रंथ महाभारत के अनुसार 'बदरीपाचन'[1] के समीप एक तीर्थ स्थान है। इस तीर्थ में स्नान करने से मनुष्य विमान पर बैठकर स्वर्ग में जाता है और अप्सराएं उसकी स्तुति करती हुई उसे जगाती हैं।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 20 |
- ↑ कुरुक्षेत्र के बाद का स्थान
- ↑ महाभारत अनुशासन पर्व अध्याय 25 श्लोक 1-24
संबंधित लेख
|