मीराँबाई की पदावली
व्रज भूमि
राग सारंग
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ म्हांने = मुझे। नीको = भला, मनोहर। ठाकुर = भगवान जमना में = यमुना में। दरसण = दर्शन। आप = स्वयं श्रीकृष्ण। मुगट = मुकुट। धर्यो = धारण किये हुए। धीको = नीरस। नर = मानव जीवन।
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