आनन्द

Disamb2.jpg आनन्द एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- आनन्द (बहुविकल्पी)

आनन्द हिन्दी का एक शब्द है, जिससे अभिप्राय: है- हर्ष, प्रसन्नता, उल्लास, ख़ुशी। आध्यात्मिक प्रसन्नता।

उदाहरण
  • ब्रज में कलावता ग्राम के पास इन्द्रसेन पर्वत पर फिसलनी शिला अवस्थित है। गोचारण करते समय श्रीकृष्ण अपने सखाओं के साथ यहाँ फिसलने की क्रीड़ा करते थे। आज भी गाँव के लड़के गोचारण करते समय बड़े आनन्द से यहाँ पर फिसलने की क्रीड़ा करते हैं। ब्रजयात्रा के समय यात्री भी इस क्रीड़ा शिला के दर्शन करके आनन्द से भर जाते हैं।
  • अपने अज्ञातवास के समय जब पांडव काम्यकवन में पहुँचे, तब वहाँ उन्होंने कुमुदों तथा कमल-पुष्पों से अलंकृत सरोवर को देखा। पावन तीर्थों से विभूषित सरस्वती नदी का तट आकाश के समान निर्मल दिखायी देता था। उसके दोनों किनारे बेंत की लहलहाती हुई लताओं से आच्छादित थे। वहाँ विचरते हुए पांडवों को बड़ा आनन्द मिलता था।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

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