अश्मक | एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- अश्मक (बहुविकल्पी) |
अश्मक अथवा 'अस्सक' प्राचीन भारत के सोलह महाजनपदों में से एक था। यह एकमात्र ऐसा महाजनपद था, जो विंध्य पर्वत के दक्षिण में स्थित था। वर्तमान में इस प्रदेश को महाराष्ट्र कहते हैं।
- अश्मक अवन्ति का समीपवर्ती राज्य था। प्रारंभ में अस्सक गोदावरी के तट पर बसे हुए थे और पोतलि अथवा पोत इनकी राजधानी थी।[1]
- बौद्ध साहित्य में भी इस प्रदेश का उल्लेख मिलता है।
- 'दश-कुमारचरित' में दंडी ने, 'हर्षचरित' में बाणभट्ट ने तथा 'अर्थशास्त्र' की टीका में भट्टस्वामी ने भी अश्मक को महाराष्ट्र प्रान्त के अंतर्गत माना है।[2]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
महाभारत शब्दकोश |लेखक: एस. पी. परमहंस |प्रकाशक: दिल्ली पुस्तक सदन, दिल्ली |संकलन: भारत डिस्कवरी पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 16 |
- ↑ नाहर, डॉ. रतिभानु सिंह (1974). प्राचीन भारत का राजनैतिक एवं सांस्कृतिक इतिहास. इलाहाबाद, भारत: किताबमहल. पृ. 112
- ↑ 'काव्यमीमांसा', पृष्ठ 182, बड़ोदा संस्करण
संबंधित लेख
|