अद्भुत राम नाम कै अंक।
धर्म-अँकुर के पावन द्वैं दल, मुक्ति बधू-ताटंक।
मुनि-मन-हंस-पच्छ–जुग जाकैं बल उढि ऊरध जात।
जनम-मरन-काटन कौं कर्तरि तीछन बहु बिख्यात।
अंधकार-अज्ञान हरन कौं रबि-ससि जुगल प्रकास।
बासर-निसि दोउ करै प्रकासित महा कुमग अनयास।
दुहूँ लोक सुखकरन, हरनदुख, वेद-पुराननि साखि।
भक्ति ज्ञान के पंथ सूर ये, प्रेम-निरंतर भाखि।।90।।