समुद्र खारे पानी का विशाल और लगातार क्षेत्र होता है, जो पृथ्वी का ज़्यादातर हिस्सा ढके हुए है। यह महासागरों का हिस्सा होते हैं, जैसे- हिंद महासागर अरब सागर आदि।
- मन्दराचल को मथानी और वासुकि नाग को रस्सी बनाकर देवता और दैत्य के द्वारा समुद्र का मंथन आरम्भ किया गया था।
- ब्रह्म वैवर्त पुराण के अनुसार ब्रह्मा जी ने सात समुद्र की रचना की, उनके नाम इस प्रकार है-
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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