भगवान श्रीकृष्ण की आठ पत्नियाँ थीं उनसे जन्मे पुत्रों के नाम निम्नलिखित हैं-
- रुक्मिणी - प्रद्युम्न, चारुदेष्ण, सुदेष्ण, चारुदेह, सुचारू, चारुगुप्त, भद्रचारु, चारुचन्द्र, विचारु और चारु।
- सत्यभामा - भानु, सुभानु, स्वर्भानु, प्रभानु, भानुमान, चन्द्रभानु, वृहद्मानु, अतिभानु, श्रीभानु और प्रतिभानु।
- जाम्बवंती - साम्ब, सुमित्र, पुरुजित, शतजित, सहस्रजित, विजय, चित्रकेतु, वसुमान, द्रविड़ और क्रतु।
- सत्या - वीर, चन्द्र, अश्वसेन, चित्रगु, वेगवान, वृष, आम, शंकु, वसु और कुन्ति।
- कालिंदी - श्रुत, कवि, वृष, वीर, सुबाहु, भद्र, शांति, दर्श, पूर्णमास और सोमक।
- लक्ष्मणा - प्रघोष, गात्रवान, सिंह, बल, प्रबल, ऊर्ध्वग, महाशक्ति, सह, ओज और अपराजित।
- मित्रविन्दा - वृक, हर्ष, अनिल, गृध्र, वर्धन, अन्नाद, महांस, पावन, वह्नि और क्षुधि।
- भद्रा - संग्रामजित, वृहत्सेन, शूर, प्रहरण, अरिजित, जय, सुभद्र, वाम, आयु और सत्यक।[1]
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ भगवान श्रीकृष्ण के पुत्रों के नाम Web Duniya। अभिगमन तिथि: अगस्त-28, 2016।
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