भक्त

भक्तिमार्ग के सिद्धान्तानुसार 'भक्त' उसे कहा जाता है, जिसने ईश्वर के भजन में अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया हो। साधारण आत्माओं को चार भागों में विभक्त किया गया है-

  1. बद्ध - जो इस जीवन की समस्याओं से बँधा है।
  2. मुमुक्षु - जिसमें मुक्ति की चेतना जागृत हो, किन्तु उसके योग्य अभी नहीं है।
  3. भक्त अथवा केवली - जो मात्र ईश्वर की उपासना में ही लीन हो, पवित्र हृदय हो और जो भक्ति गुण के कारण मुक्ति के मार्ग पर चल रहा हो और
  4. मुक्त - जो भगवन - पद को प्राप्त कर चुका हो।
  • कुछ प्रमुख भक्तों के नाम निम्नलिखित हैं-
कृष्ण भक्त
क्र.सं. भक्त क्र.सं. भक्त क्र.सं. भक्त
1. चैतन्य महाप्रभु 2. सूरदास 3. मीरां
4. रसखान 5. वल्लभाचार्य 6. निम्बार्काचार्य
7. नरसी मेहता 8. रूप गोस्वामी 9. सनातन गोस्वामी
10. जीव गोस्वामी 11. कृष्णदास कविराज 12. स्वामी हरिदास
13. हरिदास ठाकुर 14. हितहरिवंश 15. नित्यानन्द
16. वृन्दावनदास ठाकुर 17. कुम्भनदास 18. परमानंद दास
19. कृष्णदास 20. गोविंदस्वामी 21. नंददास
22. छीतस्वामी 23. चतुर्भुजदास 24. -


संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                                 अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र    अः