बाण अस्त्र

Disamb2.jpg बाण एक बहुविकल्पी शब्द है अन्य अर्थों के लिए देखें:- बाण (बहुविकल्पी)
Warning-sign-small.png यह लेख पौराणिक ग्रंथों अथवा मान्यताओं पर आधारित है अत: इसमें वर्णित सामग्री के वैज्ञानिक प्रमाण होने का आश्वासन नहीं दिया जा सकता। विस्तार में देखें अस्वीकरण
धनुष, बाण और तुणीर

बाण अस्त्र प्राचीन समय से ही युद्धों आदि में प्रयोग होता रहा है। इसके 'सायक', 'शर' और 'तीर' आदि भिन्न-भिन्न नाम हैं। इसका प्रयोग रामायण काल तथा महाभारत काल के युद्धों में भी किया जाता था।

  • बाण भिन्न-भिन्न प्रकार के होते हैं। इसी के साथ उनके गुण और कर्म भी भिन्न-भिन्न होते हैं।
  • धनुष की सहायता से बाण का प्रहार किया जाता है।
  • इनका प्रयोग बारूद और बन्दूक़ों के चलन से पहले मुख्य रूप से किया जाता था।
  • ऐतिहासिक साक्षों से पता चलता है कि बाणों का प्रयोग 18वीं शताब्दी तक होता रहा था।
  • हिन्दू धर्म में वर्णित विभिन्न देवी-देवताओं ने भी इसका प्रयोग किया।


संबंधित लेख

वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज

                                 अं                                                                                                       क्ष    त्र    ज्ञ             श्र    अः