सरासन वह दिव्य धनुष था, जो पांडव अर्जुन के पास था। यह धनुष उन्हें अग्निदेव से मिला था।
- खांडव वन को जलाने के लिए अग्निदेव ने अदिति पुत्र वरुण देव से अर्जुन को अक्षय तूणीर, सरासन[1] तथा कपिध्वज नामक रथ प्रदान किया था। यह सरासन ही गाण्डीव धनुष था, जिससे अर्जुन गाण्डीवधारी कहे जाते थे
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
वर्णमाला क्रमानुसार लेख खोज