मीराँबाई की पदावली
राग जौनपुरी
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ - बैरण = शत्रु, बाधक। काहे = क्यों। लैगो = ले गया। हाथ... रही = पछताती रह गई। कठिन = कठिन हृदय का। अक्रूर = कंस का दूत जो कृष्ण का चचा लगता था और जो उन्हें वृन्दावन से रथ पर चढ़ा कर मथुरा ले गया था। नं = से। तई = संतप्त रही। बिर क्यूँ ना गई = टुकड़े क्यों न हो गई।
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